नये साल की नयी सम्भावनाएं , New possibilities for the new year

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✍️राकेश अचल -विभूति फीचर्स
नया साल दबे पांव कोहरे की चादर ओढ़े आ गया है। दुनिया भर में नए साल का स्वागत ऐसे किया जा रहा है जैसे नया साल दुनिया भर के रंजोगम का इलाज अपने साथ लेकर आया हो। भले ही ऐसा न हो लेकिन उम्मीद करने से तो कोई ,किसी को नहीं रोक सकता। पूरी दुनिया नए साल में शांति,मोहब्बत ,भाईचारा चाहती है ,केवल हम हैं जो नए साल में राम राज चाहते हैं। रामराज यानि सुशासन ,रामराज यानि भगवान राम का त्रेता वाला शासन ।
बहरहाल नया साल देश-दुनिया में कुछ न कुछ तो नया लेकर आएगा ही। कम से कम हमारे देश में तो नए आम चुनाव होंगे । राम मंदिर राम लला के नए विग्रह के साथ प्राण-प्रतिष्ठित होगें। हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि रामजी की प्राण-प्रतिष्ठा ही होगी ।  
देश-दुनिया में कुछ लोगों ने नए साल की अगवानी खा-पीकर,जश्न मनाकर की तो कुछ आज सुबह से अपना राशिफल पढ़कर नए साल के लिए आश्वस्त हो जाना चाहते है। कुछ लोग नहा-धोकर मंदिरों में माथा टेक रहे हैं और भगवान का आशीर्वाद मांग रहे हैं ,गनीमत ये है कि भगवान अपने भक्तों को सरकारों की तरह गारंटियां नहीं देता। बाजार वाले कारोबारी रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में कमी से खुश है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी सरकार की उपलब्धियों को लेकर खुश है। वे कहते हैं कि जो काम दूसरी सरकारें 75 साल में नहीं कर पाई वो काम उनकी सरकार ने 12 साल में कर दिखाया।
वीएचपी के अध्यक्ष आलोक कुमार इसलिए खुश हैं क्योंकि उन्हें देश के 8 हजार विशिष्ट लोगों को राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रण पात्र बंटवाने में कामयाबी मिली है। बिहार वाले खुश हैं कि वहां राजद और जेडीयू की संयुक्त सरकार गिरने वाली है। कोई मौसम के मिजाज से खुश है तो कोई गमजदा। आरएसएस के नेता देश में मुसलमानों से 22 जनवरी को कम से कम 11 बार राम-राम का जाप करना कहते है तो त्रिपुरा के मुख्यमंत्री खुश हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई दामोदरदास मोदी का कार्यक्रम 'मन की बात ' रामायण और महाभारत जैसे धारावाहिकों से ज्यादा लोकप्रिय हैं। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने सोमवार सुबह 10 अन्य पेलोड के साथ एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (एक्सपीओसैट) को लॉन्च करके भव्य तरीके से नए साल 2024 की शुरुआत की। यानि सभी कीअपनी-अपनी तैयारियां हैं नए साल को लेकर।
नए साल में एनआईए ने विदेशों में भारतीय दूतावासों पर हमले करने वाले 43 से जायदा आतंकियों की शिनाख्त कर ली है। हमारे अपने सूबे मध्यप्रदेश में नए साल का आगाज पेट्रोल-डीजल के संकट के साथ हुआ है । गाजा में इस्राइल ने 34 और लोगों को हलाक कर दिखाया है तो भारत के प्रधानमंत्री ने अयोध्या में एक निषाद के घर चाय पीकर क्रांति कर दिखाई। रहा है यानि हर जगह नए साल में कुछ न कुछ नया हो रहा है। नयापन ही नए साल की चिन्हार है। नए साल में कांग्रेस के कन्धों पर विपक्ष को एक करने और देश में लोकतंत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। कांग्रेस को इंडिया गठबंधन की गांठों को और मजबूत करना है। केंद्र सरकार तहरीके हुर्रियत पर प्रतिबंध लगाकर खुश है। जो भी है अब साल 2023 अतीत का हिस्सा बन चुका ह। अब हम सब साल 2024 को पिछले साल के मुकाबले ज्यादा समृद्ध और यादगार बनाये । बहुत-बहुत शुभकामनाएं और बधाइयाँ।(विभूति फीचर्स)

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