साक्ची स्थित अस्पताल परिसर में तीन फेज में होना है नए अस्पताल का निर्माण, पहला फेज पूर्ण होने के बाद अस्पताल को शिफ्ट करने के विकल्पों पर किया गया मंथन
मानक के अनुसार गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य एवम मजूदरों के सुरक्षा मानकों के अक्षरश: अनुपालन के दिए निर्देश
एमजीएम अस्पताल परिसर, साक्ची में चल रहे 500 बेड के अस्पताल के निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा जिला दण्डाधिकारी- सह- उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा लिया गया । नए अस्पताल का निर्माण कार्य तीन फेज में किया जाना है । पहले फेज का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद अलग-अलग डिपार्टमेंट की शिफ्टिंग एवं अस्पताल की चिकित्सा सुविधाओं को बहाल रखने पर जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभागीय पदाधिकारियों के साथ मंथन किया ।
साकची स्थित एमजीएम अस्पताल में 500 बेड के नए अस्पताल एवं मरम्मतीकरण कार्य को गति प्रदान करने के लिए कुछ समय के लिए कुछ ब्लॉक को शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है। इस योजना के तहत एमजीएम अस्पताल के कुछ ब्लॉक को प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, सिदगोड़ा के परिसर में शिफ्ट करने पर समिति को प्रस्ताव समर्पित करने का निर्देश दिया गया। इस संबंध में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने पदाधिकारियों के साथ प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, सिदगोड़ा का भी निरीक्षण किया। उन्होंने वहां के खाली पड़े कमरों, होस्टल, मेस समेत पूरे 7.5 एकड़ में फैले परिसर का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी का परिसर एमजीएम अस्पताल के कुछ ब्लॉकों को शिफ्ट करने के लिए उपयुक्त हो सकता है ।
प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के परिसर में शिफ्ट किए जाने वाले ब्लॉक में मेडिसिन, सर्जरी, ओपीडी, आईसीयू, इमरजेंसी, आदि विभागों पर विचार किया गया । इन ब्लॉकों को शिफ्ट करने के लिए एक योजना तैयार की जा रही है जिसपर कमिटी विचार करेगी ताकि जल्द इस दिशा में आवश्यक कदम उठाया जा सके । जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने कहा कि 500 बेड के अस्पताल के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं ।
इसके पश्चात जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने एमजीएम कॉलेज, डिमना में चल रहे 500 बेड के अस्पताल के निर्माण कार्य का भी जायजा लिया। मौके पर उन्होने प्रबंधन एवं संवेदकों को निर्माण कार्य को गति देते हुए ससमय निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए । साथ ही निर्माण में मानक अनुरूप गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया गया। इस दौरान उन्होने कार्यरत मजदूरों से भी संवाद स्थापित कर उनका कुशल क्षेम जाना तथा सभी को सुरक्षा मानकों को अनिवार्य रूप से अनुपालन के निर्देश दिए।
मौके पर एसडीएम धालभूम श्री पीयूष सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी, एमजीएम उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी, प्राचार्य एमजीएम कॉलेज, कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण निगम श्री उज्ज्वल नाग, भवन निर्माण विभाग के अभियंता, संवेदक एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।