ईचागढ़ - सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के तुता जीएल चर्च में सोमवार को बड़ा दिन के उपलक्ष्य में मैरी क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। ईसाई धर्मावलंबियों ने प्रभु यीशु मसीह का जन्म दिवस पर यीशु मसीह को याद कर सामुहिक प्रार्थना किया। चर्च के फादर ने क्रिसमस पर लोगों को उनके जन्म के संबंध में बाइबिल पाठ कर जानकारी दिया। यीशु के रहस्यमय जन्म और लोक कल्याण कारी बताया गया। यीशु के बताए वचनों को सुनाया गया। उनके बताए रास्ते पर चलने का वादे भी कीए गए ।
एक दुसरे को क्रिसमस का बधाई दिया। आपस में हाथ मिलाकर क्रिसमस का सुभकामनाएं दिया। वहीं फादर आसरेन बंसीयार ने कहा कि आज जीएल चर्च तुता में धुमधाम से यीशु का जन्म दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु का प्रार्थना किया गया और मैरी क्रिसमस का उत्सव आज दिन भर चलेगा । उन्होंने कहा कि बाईबल पाठ कर प्रभु के संदेशों को सुनाया गया। उन्होंने कहा कि प्रभु का संदेश को आत्मसात करने वालों का सभी पाप नष्ट हो जाता है। उन्होंने कहा कि आज हम गेदरिंग के रूप में खुशियां मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु मसीह एक ज्योती के रूप में आते हैं और सभी पापों को विनष्ट कर देते हैं। यीशु मसीह को हम धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि आज दिन बहुत ही पवित्र दिन है और पुरे विश्व में इसे धुमधाम से मनाया जाता है।मौके पर फादर उत्तम कुमार बंसीयार, प्रकाश बर, बोर पीटर, रबीन बर, प्रियरंजन बंसीयार,अब्राहम बर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
एक दुसरे को क्रिसमस का बधाई दिया। आपस में हाथ मिलाकर क्रिसमस का सुभकामनाएं दिया। वहीं फादर आसरेन बंसीयार ने कहा कि आज जीएल चर्च तुता में धुमधाम से यीशु का जन्म दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु का प्रार्थना किया गया और मैरी क्रिसमस का उत्सव आज दिन भर चलेगा । उन्होंने कहा कि बाईबल पाठ कर प्रभु के संदेशों को सुनाया गया। उन्होंने कहा कि प्रभु का संदेश को आत्मसात करने वालों का सभी पाप नष्ट हो जाता है। उन्होंने कहा कि आज हम गेदरिंग के रूप में खुशियां मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु मसीह एक ज्योती के रूप में आते हैं और सभी पापों को विनष्ट कर देते हैं। यीशु मसीह को हम धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि आज दिन बहुत ही पवित्र दिन है और पुरे विश्व में इसे धुमधाम से मनाया जाता है।मौके पर फादर उत्तम कुमार बंसीयार, प्रकाश बर, बोर पीटर, रबीन बर, प्रियरंजन बंसीयार,अब्राहम बर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।